जानिए पर्यटन के लिए क्यों खास है, त्रिपुरा का मेलाघर
क्या आपने कभी त्रिपुरा की ट्रिप प्लान की है ? जी हां, पूर्वोत्तर भारत के इस राज्य के बारे में लोगों को कम ही पता है। जब भी कहीं घूमने की बात होती है तो केरल या राजसथान का ही नाम आता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि त्रिपुरा में भी ऐसी कई जगहें हैं जो अब तक पर्यटकों से अनछुई हैं। अगर आप भी किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं जहां प्रदूषण रहित वातावरण हो और अनजान रास्तों पर आप खूब मस्ती कर सकें तो आपको त्रिपुरा और इसकी खूबसूरत जगहों पर आना चाहिए। वीकेंड पर घूमने के लिए ऐसी ही एक परफैक्ट जगह है मेलाघर। यहां पर आप प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ ऐतिहासिक स्थलों को भी देख सकते हैं। आइए इस जगह के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मेलाघर आने का सही समय
मेलाघर में सालभ मौसम सुहावना रहता है ओर इसलिए आप सालभर में कभी भी यहां घूमने आ सकते हैा। हालांकि, अगर आप गर्मी की धूप से बचना चाहते हैं तो आपको मेलाघर नवंबर से फरवरी के बीच आना चाहिए।
मेलाघर का इतिहास
त्रिपुरा के सिपाहीजला जिले में स्थित मेलाघर त्रिपुरा राज्य की उन चुनिंदा जगहों में से एक है जहां पर आप संस्कृति और इस राज्य के सौंदर्य को देख सकते हैं। इस छोटे से गांव के सटीक इतिहास के बारे में बहुत कम जानकारी है। माना जाता है कि इस गांव को सदियों पहले बसाया गया था। इसलिए यहां पर आपको कई ऐतिहासिक स्थल और सीमाएं दिखेंगीं। हालांकि, ये जगह यहां पर स्थित नीरमहल के लिए ज्यादा प्रसिद्ध है। नीरमहल एक झील है जिसे 1938 में बनवाया गया था। पूरे देश में आपको ऐसी जगह कहीं और देखने को नहीं मिलेगी। मेलाघर को सदियों पुरानी संस्कृति के लिए भी जाना जाता है। यहां पर बड़ी धूमधाम से कई त्योहार मनाए जाते हैं जैसे कि दुर्गा पूजा, काली पूजा और रथ यात्रा आदि जोकि इस राज्य के सबसे प्राचीनतम मेले हैं। यहां झीलों, महलों और मंदिरों के बीच आप परफैक्ट वीकएंड बिता सकते हैं।
मेलाघर क्यों आएं
अगर आप भीड़ से कहीं दूर महलों, झीलों के बीच वीकएंड बिताना चाहते हैं तो आप मेलाघर आ सकते हैं। यहां पर एक ओर आप नीरमहल के प्राचीन गलियारों से होते हुए झील के सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं, वहीं दूसरी ओर आप यहां पर स्थित मंदिरों और स्थानीय लोगों की संस्कृति को भी जान सकते हैं। नीरमहल और रुद्रसागर झील के अलावा यहां पर वीरम्मा काली मंदिर और मेलाघर काली मंदिर भी देख सकते हैं। यहां पर कई सुंदर मार्केट भी हैं।
मेलाघर कैसे पहुंचे
वायु मार्ग द्वारा : अगर आप हवाई यात्रा से जा रहे हैं तो मेलाघर पहुंचने के लिए आपको अगरतला एयरपोर्ट पर उतरकर मेलाघर के लिए कैब लेनी होगी। ये एयरपोर्ट मेलाघर से 60 किलोमीटर दूर स्थित है और इसीलिए आपको एयरपोर्ट से मेलाघर पहुंचने में 2 घंटे का समय लग जाएगा।
रेल मार्ग द्वारा : मेलाघर से प्रमुख रेलवे स्टेशन अगरतला में स्थित है। इसलिए आपको अगरतला रेलवे स्टेशन पर उतरकर यहां से मेलाघर के लिए कैब लेनी होगी।
सड़क मार्ग द्वारा : मेलाघर की सड़क व्यवस्था बहुत दुरुस्त है और आप सड़क मार्ग द्वारा आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।
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