ताजमहल के साथ-साथ आगरा के इन प्रमुख स्थलों की करें यात्रा

देश की राजधानी दिल्ली से 200 किमी दूर उत्तरप्रदेश का शहर आगरा ताजमहल के लिए पूरे विश्व में मशहूर है। यहां स्थित ताजमहल के अलावा आगरा का किला और फतेहपुर सिकरी भी यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है। आगरा का इतिहास 11वीं शताब्दी से मिलता है। गुजरते समय के साथ यहां हिन्दू और मुस्लिम दोनों शासकों ने शासन किया। इसलिए यहां दो तरह की संस्कृति का संगम देखने को मिलता है| आइये आपको आगरा के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं|

ताजमहल

ताजमहल की वास्तुकला को दुनिया की किसी भी इमारत की वास्तुकला से ज्यादा नायाब माना जाता है। इसे 20 हजार मजदूरों ने 22 साल में पूरा किया था, इसका निर्माण 1648 में हो गया था। जबकि इसे बनाने की लागत उस समय 3.2 करोड़ रुपए आई थी। यह पूरी तरह से सफेद संगमरमर से बना है। चांद की रोशनी में ताजमहल जगमगा उठता है। इसके साथ ही यमुना नदी बहती है। मुस्लिम शासक शाहजहां ने इसका निर्माण अपनी पत्नी नूरजहां की याद में किया था। जिसकी कब्र ताजमहल के निचले हिस्से में स्थित है। कुछ समय बाद इसके साथ में शाहजहां की कब्र भी बनाई गई। चौकोर प्लेटफॉर्म पर बना ताजमहल शाही शान का प्रतीक है।

मेहताब बाग

मूल रूप से बादशाह बाबर द्वारा यमुना नदी के पूर्वी तट के किनारों पर 11 पार्कों की एक श्रंखला के अंत में बनाए गए इस बाग की कल्पना ताज महल से पहले की गई थी। हालांकि 1652 ई. में एक भयंकर बाढ़ ने इसे बर्बाद कर दिया था। सन् 1996 में इसका पुनर्निर्माण किया गया और दोबारा पुराने रुप में वापस लाया गया और अब यह उन जगहों में से एक है जहां से ताज महल के दृश्यों का नज़ारा देखा जा सकता है। ताज महल के आसपास के बगीचे पूरी तरह से मेहताब बाग से जुड़े हुए हैं और बाग के बीच में एक विशाल अष्टकोणीय पानी का तालाब हैं जहां चांदनी रात में ताज का प्रतिबिंब दिखाई देता है। यहीं से इस बगीचे का नाम मूनलाइट गार्डन पड़ा।

फतेहपुर सीकरी

फतेहपुर सीकरी एक शहर है जो आगरा से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इस शहर को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल का दर्जा प्राप्त है। मुगल सम्राट अकबर द्वारा सन 1569 में स्थापित, यह शहर सन 1571 से 1585 तक मुगलों की राजधानी था। जिसके दौरान वह सफलता के शिखर पर पहुंच चुका था। इस स्थल को सूफी संत सलीम चिश्ती का सम्मान और अपने बेटे सलीम के जन्म का जश्न मनाने के लिए बनवाया गया था। इस दीवार वाले शहर के निर्माण में पूरे 15 साल लगें और परिसर में कई शाही महल, एक हरम, अदालतें और मस्जिदें शामिल थीं। संरचना को लाल बलूआ पत्थर से बनाया गया है और इस फारसी वास्तुकला की अवधारणा को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। हालांकि संपूर्ण शैली मुगल है।

आगरा किला

ताजमहल के अलावा, आगरा में भारत के बेहतरीन मुगल किले स्थित हैं, आगरा किला यमुना नदी के तट पर बना है। किले का निर्माण मुगल सम्राट अकबर द्वारा सन 1565 में शुरू किया गया था और उनके पौत्र शाहजहां के शासन तक इसमें बदलाव होते रहे। मूलरुप से इसे सैन्य उद्देश्यों के लिए बनाया गया था और बाद में इसे एक महल के रूप में इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा इसका इस्तेमाल जेल के रुप में भी किया गया, जिसमें शाहजहां को उनके पुत्र औरंगजेब ने 8 सालों तक बंद रखा था, शाहजहां से सन 1658 में सत्ता छीन ली गई थी। किले की 2.5 किलोमीटर लंबी दिवारों के भीतर शाहजहानी महल, जहांगीरी महल, खास महल, लोगों के लिए दीवान-ए-आम एम और दिवान-ए-खास, मछलियों को रखने का स्थान, नगीना मस्जिद, अंगूर के बाग और मोती मस्जिद शामिल है। विश्व विरासत में शामिल यह स्थान वास्तुकला का शानदार नमूना है जहां आपको जरूर जाना चाहिए |

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