अगरतला और आसापास के क्षेत्र में कई पर्यटन स्थल हैं। अगरतला पूर्वोत्तर के उन कुछ गिने चुने शहरों में से है, जिसने आधुनिकता को बेहद सहजता से अपनाने के साथ-साथ पुराने गौरवशाली विरासत को बचाए रखा है। वैसे तो शहर राजमहलों और शाही संपदाओं से भरा हुआ है, बावजूद इसके यहां आधुनिक भवनों का निर्माण भी तेजी से हुआ है। पुराने और नए निर्माण आपस में मिलकर शहर को एक नया आयाम देते हैं। अगर आप अगरतला घूमने जा रहे हैं, तो इन स्थानों पर जरूर जाएं-
1) उज्जयंता महल: इस महल को महाराजा राधा किशोर माणिक्य ने बनवाया था। अगरतला जाने पर इस महल को जरूर घूमना चाहिए। इसका निर्माण कार्य 1901 में पूरा हुआ था और फिलहाल इसका इस्तेमाल राज्य विधानसभा के रूप में किया जा रहा है।
2) नीरमहल: मुख्य शहर से 53 किमी दूर स्थित इस खूबसूतर महल को महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य ने बनवाया था। रुद्रसागर झील के बीच में स्थित इस महल में महाराजा गर्मियों के समय ठहरते थे। महल निर्माण में इस्लामिक और हिंदू वास्तुशिल्प का मिला-जुला रूप देखने को मिलता है, जिससे इसे काफी ख्याति भी मिली है।
3 ) जगन्नाथ मंदिर: अगरतला के सर्वाधिक पूजनीय मंदिरों में से एक जन्नाथ मंदिर अपनी अनूठी वास्तुशिल्पीय शैली के लिए जाना जाता है। यह एक अष्टभुजीय संरचना है और मंदिर के पवित्र स्थल के चारों ओर आकर्षक प्रधक्षण पठ है। महाराजा बीर बिक्रम कॉलेज : जैसा कि नाम से ही जाहिर है, इस कॉलेज को महाराजा बीर बिक्रम सिंह ने बनवाया था। 1947 में इस कॉलेज को बनवाने पीछे महाराजा कि मंशा स्थानीय युवाओं को व्यवसायिक और गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराना था।
4 ) लक्ष्मी नारायण मंदिर: इस मंदिर में हिंदू धर्म को मानने वाले नियमित रूप से जाते हैं। साथ ही यह अगरतला का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है। इस मंदिर को कृष्णानंद सेवायत ने बनवाया था।
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