आइज़ोल, पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों में से एक मिज़ोरम की राजधानी है। आइज़ोल एक सुंदर शहर है जो खड़ी पर्वत श्रेणियों, पहाडि़यों और घाटियों के बीच फैला हुआ है। सदियों पुराना यह शहर समुद्रतल से 1132 मी. ऊपर है और उत्तर में दुर्तलैंग की राजसी चोटियों से घिरा हुआ है। कई सालों से यहाँ बहने वाली तलौंग नदी आइज़ोल की सुंदरता को बढ़ाती है। आइज़ोल एक तेज़ी से बढ़ता हुआ शहर है जिसमें अनेक बहुमंजि़ली इमारतें हैं। चूंकि यह मिज़ोरम का सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ शहर है, इसका संरचनात्मक विस्तार आज की प्राथमिक आवश्यकता है|
मिज़ो की परंपरा और संस्कृति:
परंपरागत रूप से मिज़ो एक कृषि समाज में रहते हैं और इसलिए इनकी अधिकतर सांस्कृतिक प्रथाएँ कटाई और अन्य कृषि पद्धतियों के आसपास घूमती हैं। सदियों से मिज़ो झूम खेती कर रहे हैं जो कि स्लेश एंड बर्न कृषि का एक प्रकार है। मिम कुट और पौल कुट मिज़ो के दो मुख्य फसली त्योहार हैं जो क्रमशः अगस्त-सितंबर और दिसंबर-जनवरी के महीनों में मनाए जाते हैं। मिज़ो विशेषकर चेराव नृत्य(बांस के डंडों का उपयोग करते हुए लयबद्ध नृत्य) के लिए प्रसिद्ध हैं। एक सूक्ष्मदर्शी यात्री के लिए ये सांस्कृतिक पहलू आइज़ोल पर्यटन को रोचक बनाते हैं।
कैसे पहुँचे आइज़ोल:
नियमित उड़ानों से आइज़ोल कोलकाता और गुवाहाटी से जुड़ा है जो देश के बाकी हिस्सों से जुड़े हुए हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन सिलचार(शहर से लगभग 184कि.मी. दूर) में है जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग 54 राज्य की राजधानी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है।
आइज़ोल का मौसम:
आरामदायक गर्मियों और सर्दियों के साथ आइज़ोल की जलवायु शीतोष्ण ओर सौम्य होती है। गर्मियों में औसत तापमान 20 से 29 डिग्री से. के बीच रहता है जबकि सर्दियों में यह 7 डिग्री से. तक पहुँच जाता है। आइज़ोल में हर साल वार्षिक वर्षा 254 से.मी. तक होती है।
इसलिए है प्रसिद्ध: झरना, शिखर
सबसे अच्छा मौसम: अक्टूबर – मार्च
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