भागलपुर सिटी के पांच प्रमुख आकर्षण

भागलपुर में कई ऐसे स्‍थान है जहां पर्यटक आसानी से भ्रमण कर सकते है। यहां के कुछ मुख्‍य आकर्षणों में से लाजपत नगर, बुद्धनाथ पर शिव मंदिर, चम्‍पानगर जैन मंदिर, घंटाघर , गुरान बाबा की दरगाह, रविन्‍द्र नाथ भवन, तग बहादुर गुरूद्वारा, संदिश परिसर, देवी काली और मां दुर्गा का मंदिर, राजमहल जीवाश्‍म अभयारण्‍य और संजय उद्यान पार्क स्थित है।
भागलपुर के पांच प्रमुख आकर्षण निम्न हैं :-

विक्रमशिला सेतु
विक्रमशिला सेतु, गंगा पर निर्मित एक पुल है जिसका नाम विक्रमशिला यूनीवर्सिटी के नाम पर रखा गया था। विक्रमशिला सेतु, भारत का तीसरा सबसे बड़ा पुल है और यह राष्‍ट्रीय राजमार्ग 80 और 31 के समानांतर और गंगा के विपरीत दिशा में बनाया गया है। यह पुल, भागलपुर के परिवहन के लिए एक वरदान है।

विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्‍य
विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्‍य, गंगा की डॉल्फिनों से भरा एक प्रमुख आकर्षण स्‍थल है। इन जीवों को वर्तमान में लगभग लुप्‍तप्राय घोषित कर दिया गया है। इस अभयारण्‍य में मीठे पानी वाले कछुए और 135 अन्‍य प्रजातियों के जीव रहते है। यहां का यात्रा का सबसे समय अक्‍टूबर और जून का महीना होता है।

गुरान शाह पीर बाबा की दरगाह
गुरान शाह पीर बाबा की दरगाह, क चैरी चौक के पास में स्थित है और यह उनके अनुयायियों के बीच अत्‍यधिक प्रसिद्ध है। यहां सभी धर्मो- हिंदू, मुस्लिम, सिक्‍ख और ईसाई के लोग दर्शन करने आते है। हर शुक्रवार को यहां भारी भीड़ लगती है। लोग इस दिन पीर बाबा की दुआ लेने आते है। इस स्‍थान को पवित्र स्‍थल माना जाता है।

महर्षि मेही आश्रम
महर्षि मेही आश्रम, गंगा नदी के किनारे पर स्थित है। कुप्‍पाघाट, भागलपुर में महर्षि मेही आश्रम का धार्मिक स्‍थल के रूप में विशेष स्‍थान है जहां हर साल हजारों पर्यटक दर्शन करने आते है। महर्षि मेही के अनुयायी, हर साल यहां गुरूवार पूर्णिमा के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित करते है और उत्‍सव को मनाते है।

खानगाह – ए – शाहबजिया
खानगाह – ए – शाहबजिया, मुसलमानों के एक पवित्र स्‍थल है। इस स्‍थल के बारे में कई फारसी और अरबी किताबों में उल्‍लेख मिलता है। खानगाह – ए – शाहबजिया के पास में ही एक लाइब्ररी स्थित है जिसमें कई पारसी और अरबी किताबें है जो यहां की सुंदरता और महत्‍व में चार चांद लगा देती है।

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