चंडीगढ़ अपनी कला और संस्कृति के लिए यह भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी जाना जाता है। यहाँ कई म्यूजियम भी हैं। मसलन इंटरनेशनल डॉल्स म्यूजियम, सरकारी म्यूजियम और आर्ट गैलरी। चंडीगढ़ के उत्तर में मौजूद विशाल जंगल वन्यजीव प्रेमियों को खूब लुभाता है। कांसल और नेपली जंगल जीव-जंतु और पेड़-पौधों से अटे पड़े हैं। लेकिन इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा चर्चित है सुखना वन्यजीव अभ्यारण्य। यह अभ्यारण्य सुखना लेक कैचमेंट का एक हिस्सा है और यहां स्तनपाई, पक्षी और सरीसृप की विभिन्न प्रजातियां देखने को मिलती हैं। इसी तरह का एक और आकर्षण है छतबीर जू जो कि मोहाली में स्थित है। चंडीगढ़ के अन्य पर्यटन स्थलों में रोज गार्डन और गुरुद्वारा कूहनी साहिब भी महत्वपूर्ण है।
1) रॉक गार्डन: संभवत: शहर का सबसे चर्चित जगह रॉक गार्डन सेक्टर एक में सुखना झील और केपिटल कॉम्प्लेक्स के बीच में स्थित है। कोई 40 साल पहले नेक चंद द्वारा डिजाइन किए गए इस गार्डन में शहर और उद्योग के कचरों से कई कलाकृतियां बनाई गई हैं। रॉक गार्डन में वाटरफॉल, पूल और घूमावदार रास्ते सहित 14 लुभावने चैंबर हैं, जो नवीनता और कल्पनाशीलता को दर्शाते हैं। 40 एकड़ में फैले इस गार्डन में कई मूर्तियां हैं, जो घर के बेकार समानों जैसे टूटी हुई चूड़ी, चीनी मिट्टी के बर्तन, तार, ऑटो पार्ट्स और ट्यूब लाइट से बनी हैं।
2 ) रोज गार्डन: 1967 में बना रॉक गार्ड एशिया महाद्वीप में अपनी तरह का सबसे बड़ा गार्डन है। जाकिर हुसैन रोज गार्डन के नाम से भी जाना जाने वाला यह गार्डन 17 एकड़ में फैला हुआ है। यह 17000 तरह के पौधों से भरा हुआ है और यहां 1600 किस्म के गुलाब देखे जा सकते हैं।
3) इंटरनेशनल डॉल्स म्यूजियम: सेक्टर 23 के बाल भवन में स्थित इंटरनेशनल डॉल्स म्यूजियम का संचालन इंडियन काउंसिल ऑफ चाइल्ड वेलफेयर, चंडीगढ़ द्वारा किया जाता है। 1985 में इसकी स्थापना बच्चों के मनोरंजन को ध्यान में रख कर की गई थी। इसमें गुड़ियों और कठपुतलियों का दिलचस्प कलेक्शन है। इन गुड़ियों का संबंध जर्मनी, स्पेन, कोरिया, डेनमार्क, नीदरलैंड और रूस सहित 25 से ज्यादा देशों से है। भारतीय गुड़ियों के लिए एक अलग सेक्शन है। इसमें मौजूद गुड़ियों ने अलग-अलग राज्यों की परंपरागत परिधान पहनी हुई हैं।
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