हरमंदिर साहिब के साथ-साथ जरूर करें अमृतसर में इन जगहों की सैर

अमृतसर में कई ऐतिहासिक गुरुद्वारे हैं। इनमें से हरमंदिर साहिब सबसे महत्वपूर्ण है, जिसे स्वर्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक आस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र होने के कारण यहां विश्व के अलग-अलग हिस्से से हर दिन करीब एक लाख पर्यटक आते हैं। खालसा के टेंपोरल अथॉरिटी का सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त भी इस भव्य मंदिर के परिसर में ही स्थित है। इसके अलावा अमृतसर के अन्य तीर्थ स्थलों में बिबेकसर साहिब, बाबा अटल साहिब, रामसर साहिब और संतोखसर साहिब शामिल है।

सिक्खों का प्रमुख तीर्थस्थल होने के अलावा अमृतसर के खाते में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की एक बेहद दुखद घटना भी दर्ज हैं। 1919 में यहां जलियांवाला बाग में भीषण नरसंहार हुआ था। इसमें मारे गए लोगों को श्रद्धांजली देने के लिए यहां स्मारक भी बनाए गए हैं। अन्य ऐतिहासिक धरोहरों में यहां महाराजा रणजीत सिंह म्यूजियम, खैरउद्दीन मस्जिद, भटिंडा किला, सारागढ़ी मेमोरियल और गोविंदगढ़ किला शामिल है, जो अंग्रेजी शासन के खिलाफ सिक्खों के वीरतापूर्ण संघर्ष को दर्शाते हैं।

भारत पाकिस्तान सीमारेखा पर स्थित सैनिक चौकी को वाघा बॉर्डर के नाम से जाना जाता है। यहां होने वाले परेड पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। इतना ही नहीं, अमृतसर शहर में दुर्गियाना मंदिर, मंदिर माता लाल देवी, इस्कॉन मंदिर, हनुमान मंदिर और श्री राम तीर्थ मंदिर सहित ऐसे कई मंदिर हैं, जो हिंदू श्रद्धालुओं के बीच काफी पूजनीय हैं। कैसर बाग, रामबाग, खालसा कॉलेज, गुरूनानक देव यूनिवर्सिटी, तर्ण तारण और पुल कंजारी अमृतसर और आसपास के कुछ अन्य पर्यटन स्थल हैं।

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